Authors : S. C. Chaphekar
Page Nos : 234-238
Description :
कोविड.१९ विषाणु का विश्वभर के हर क्षेत्र पर परिणाम हुआ है। स्वास्थ्य के साथ इसका जिस क्षेत्र पर सबसे गहरा असर
हुआ है, वह है अर्थनीती । तालाबांदी के कारण समुचे विश्व की आर्थिक व्यवस्था मानों कुछ काल के लिए थम सी गई । इस
से मनोरांजन विश्व भी परे न रह सका। भारत के कलाविश्व में संगीत का बहुत बड़ा स्थान है। कोरोनावायरस के कारण इस
क्षेत्र के व्यवसायी वर्ग पर भी गहरा असर हुआ है। संगीत में प्रस्तुती के साथ ही शिक्षा भी एक महत्पूर्ण पहलू है और
दोनों पर अनेक कलाकार आजीविका के लिए निर्भर हैं। इन दोनों के वलए संगीत के वाद्य बनाने वाला वर्ग उन पर तथा
विद्यार्थथओं पर निर्भर है। कार्यक्रमों के आयोजक कलाकार तथा श्रोताओं के वबच एक सेतु होते है , जिन्हें भी आर्थिक
कठीनाइयों से गुज़रना पड़ रहा है। साथ ही ऐसे कई व्यवसाय है जो संगीत कला से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं। इन
सभी पर आर्थिक परिप्रेक्ष्य में कोविड.१९ के प्रभाव की खोज करना प्रस्तुत शोधपत्र का विषय है।