Special Issue Description


Authors : A. Sen

Page Nos : 180-182

Description :
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग विकासशील देशों विशेषकर भारत में कृषी एव कृषी से संबधित उद्योगों के पश्चात सर्वाधिक रोजगार, स्वरोजगार एव उध्यमिता के अवसर प्रदान करने वाला उद्योग है । परन्तु कोविड-19 नामक वैश्विक महामारी ने जहाँ सम्पूर्ण और आंतर्राष्ट्रीय अर्थ्व्यवथा को एक बड़ा धक्का पहुचाया है वही भारत भी इसके प्रभाव से अछूता नहीं है । भारत में लाखों लोगों को अपने रोजगार से हाँथ धोना पड़ा है भले ही वे लोग कृषी क्षेत्र के हों , औद्योगिक क्षेत्र के हों या सेवा क्षेत्र के सभी क्षेत्रों को इस महामारी ने प्रभावित किया है , किसी को कम तो किसी को ज्यादा वर्तमान शोध का उद्देश्य भारत के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग पर कोविड-19 के प्रभावो का अध्ययन करना एवं' इन उद्योगों के समक्ष आई चुनौतियों व समस्याओं का अध्ययन करना तथा सरकार द्वारा उठाये क़दमों की समीक्षा करना साथ भी संभव समाधान खोजना है। इस महामारी को रोकने एवं इसे नियंत्रित करणे के लिये देश भर में विशेषत: सामाजिक दूरी एवं लॉक-डाउन जैंसे उपायों को अपनाया गया जिससे स्थानीय, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय एवं आंतरााष्ट्रीय सभी स्तरों पर माांग व पूर्ती की समस्या उत्पन्न हुई है जिसके कारण आयात-निर्यात प्रभावित हुए है। सभी क्षेत्रों के उत्पादन नकारात्मक रूप से प्रभावित हुए है और धीरेद- धीरे यह झटका विनिर्माण , खनन, कृषी , लोक प्रशासन, निर्माण -. अर्थ्व्यथा के सभी क्षेत्रों में फैल गया है और यह अर्थव्यवथा के समग्र विकास दर को नीचे लाते हुए निवेश , रोजगार, आय और खपत को प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर रहा है । अर्थव्यवथा को संकट की स्थिति से उभारने के लिए जरुरी है कि देश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों पर विशेष ध्यान दिया जाये क्योकि य उद्योग देश के सकल घरेलु उत्पाद रोजगार और निर्यात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं साथ ही ग्रामीन भारत का भी अहम् हिस्सा हैं ।

Date of Online: 30 July 2020