Authors : मोमना खातून शब्बीर अहमद
Page Nos : 130-132
Description :
मेहरून्निसा परवेज का लेखन विशेष रूपसे भारतीय नारी के परिवेश के ईद-गिर्द घुमती है यहॉ नारी के भीतर उत्पन्न व्दंव्द को दिखाया है । महानगरीय जीवन मे लोगो के बीच मनमुटाव अलगावका रूप ले लेताहै । और मध्यमवर्गीय जीवन मे मनमुटाव, तनाव, घुटनका रूप ले लेता है, तथा अपने रिष्तो को न चाहते हुए भी झेलना पडता है। पर आज की नारी स्वंय शिक्षित, स्वलंबित है वह अपने अधिकारों और अपने कर्तव्यो का निर्वाह स्वंय करती है। उन सब परिस्थितीयोंसे निपटते हुए जीवन-यापन करती है।